शुक्रवार, 22 मई 2020

Ramzaan jaa riya haiga | रमज़ान जा रिया हैगा | رمضان جا ریا ہیگا | A smiling Ramzaan poem

اردو کا ہر کلنڈر ہم کو بتا ریا ہیگا 
رمضان جا ریا ہیگا رمضان جا ریا ہیگا 

उर्दू का हर कलंडर हम को बता रिया हैगा 
रमज़ान जा रिया हैगा रमज़ान जा रिया हैगा 

عیدی ملیگی تگڑی کپڑے بننگے نے نے 
بچوں کا دل حلق سے باہر کو آ ریا ہیگا 

ईदी मिलेगी तगड़ी कपड़े बनंगे नै नै 
बच्चों का दिल हलक़ से बाहर कू आ रिया हैगा 

جس نے رکھے نہ روزے اور نہ پڑھی تراویح 
وہ بھی پھدک پھدک کے خوشیاں منا ریا ہیگا 

जिसने रखे न रोज़े और न पढ़ी तरावीह 
वो भी फुदक फुदक के खुशियां मना रिया हैगा 

کرتہ تو سل گیا ہے پر نہ سلا پجمّہ 
درزی بھی آج دیکھو نخرے دکھا ریا ہیگا 

कुर्ता तो सील गिया है पर न सिला पजम्मा 
दर्ज़ी भी आज देखो नख़रे दिखा रिया हैगा 

افطارجم کے ٹھونسا سحری دبا کے پیلی 
اب دس کلوسوئیں ہر پیٹو لا ریا ہیگا 

इफ़्तार जम के ठूंसा सहरी दबा के पेली 
अब दस किलो सिवईयें हर पेटू ला रिया हैगा 

دے دے ذکات  بندے نادار مستحق کو 
مسکین بے کسوں کا حق کیوں دبا ریا ہیگا 

दे दे ज़कात बन्दे नादार मुस्तहिक़ को 
मिस्कीन बेकसों का हक़ क्यूँ दबा रिया हैगा 

تیّاری عید کی اب تو بھی تو کلّے شمسی 
اشعار بے تکے یہ کائے کو سنا ریا ہیگا 

तैयारी ईद की अब तू भी तो कल्ले शम्सी 
अशआर बेतुके ये काय कू सुना रिया हैगा 
(معین شمسی ) ( मुईन शम्सी )

Ramzaan ja raha hai | A Ramzaan poetry in Urdu (Hindi) : रमज़ान जा रहा है (All rights reserved) | رمضان جا رہا ہے

दोस्तो ! रमज़ान का महीना एक बार फिर रुख़्सत हो रहा है। इस मौक़े पर मेरे कुछ अशआर मुलाहिज़ा फ़रमाएं: 


अशरा नजात का यह हमको बता रहा है 
रमज़ान जा रहा है, रमज़ान जा रहा है 

عشرہ نجات کا یہ ہم کو بتا رہا ہے 
 رمضان جا رہا ہے رمضان جا رہا ہے 

जो रख रहा है रोज़े, जो पढ़ रहा तरावीह 
बस वो ही जानता है, क्या लुत्फ़ आ रहा है 

جو رکھ رہا ہے روزے اور پڑھ رہا تراویح 
بس وہ ہی جانتا ہے کیا لطف آ رہا ہے 

क़ुरआन की तिलावत, पाँचों पहर इबादत 
मशग़ूल है जो इसमें, जन्नत कमा रहा है 

قرآن کی تلاوت پانچوں پہر عبادت 
مشغول ہے جو اس میں جنّت کما رہا ہے 

इक शब है ऐसी जो है, अफ़ज़ल हज़ार शब से 
अज़्मत शब ए क़दर की क़ुरआन बता रहा है 

اک شب ہے ایسی جو ہے افضل ہزار شب سے 
عظمت شب قدر کی قرآں بتا رہا ہے 

गर अब भी है तू ग़ाफ़िल, कुछ होश कर ले बन्दे
बख़्शिश का अपनी क्यों तू, मौक़ा गंवा रहा है 

گر اب بھی ہے تو غافل کچھ ہوش کر لے بندے 
بخشش کا اپنی کیوں تو موقع گنوا رہا ہے 

जी भरके खाया खजला, और ख़ूब खाई फेनी 
दिन अब सिवइयों का भी, नज़दीक आ रहा है 

جی بھر کے کھایا کھجلا اور خوب کھائی پھینی 
دن اب سویوں کا بھی نزدیک آ رہا ہے 

अगले बरस भी या रब ! करना आता तू रमज़ां 
शम्सी दुआ की ख़ातिर, अब हाथ उठा रहा है 

اگلے برس بھی یا رب کرنا اتا تو رمضاں 
شمسی دعا کی خاطر اب ہاتھ اٹھا  رہا ہے 
( معین شمسی ) ( मुईन शम्सी )

गुरुवार, 21 मई 2020

क्या आप उर्दू के nuqta वाले शब्दों से परेशान हैं ?


हाय दोस्तो !
 अगर आपकी भाषा हिंदी या उर्दू है तो हिंदी या उर्दू बोलते, पढ़ते या लिखते वक़्त अक्सर आपके मन में कई सवाल पैदा होते होंगे, जैसे nuqte का ध्यान रखना क्यों ज़रूरी है ? Nukta और nuqta में क्या अंतर है ? हिंदी भाषा के अक्षरों का सही उच्चारण क्या है ? एक एंकर, सिंगर, presenter, एक्टर, वॉइस ओवर आर्टिस्ट, डबिंग आर्टिस्ट, टीचर, न्यूज़ रीडर आदि को अपनी हिंदी या उर्दू कैसे इंप्रूव करनी चाहिए ? किस शब्द में nuqta होता है किस में नहीं होता ? Ka और qa के उच्चारण में क्या अंतर है? किस शब्द में क के नीचे nuqta लगेगा, किस में नहीं लगेगा ?

 आपके ऐसे ही अनेक सवालों के जवाब मेरे पास हैं । जी हां !

 मैं हूं Moin Shamsi और मेरा एक चैनल है My Hindi My Urdu । आप अगर उस चैनल को visit करें तो आप हैरान हो जाएंगे क्योंकि आपके ऐसे सारे सवालों के जवाब आपको तुरंत मिल जाएंगे । मैं एक लिंक दे रहा हूं इस पर क्लिक कीजिए और देखिए मेरा एक वीडियो, नमूने के तौर पर ! इस वीडियो को देखकर आपको बहुत कुछ मालूम पड़ जाएगा और 50 ऐसे शब्द भी मालूम हो जाएंगे जिनमें ka और qa का इस्तेमाल किया गया है । 
https://youtu.be/sKoay_ue0hE

बुधवार, 20 मई 2020

आपको हिंदी पसंद है या उर्दू ?

दोस्तो !
 अगर आपको हिंदी या उर्दू से प्यार है और आप यह सोचते हैं कि आपकी हिंदी या आपकी उर्दू में थोड़ी सी कमी है, चाहे आप का उच्चारण ख़राब हो, चाहे आपको उर्दू का कोई शब्द परेशान करता हो या हिंदी का कोई शब्द मुश्किल में डालता हो, तो आप बिल्कुल सही प्लेटफ़ॉर्म पर आ गए हैं ।

मैं मुईन शम्सी हूं । मैं एक चैनल चलाता हूं "माय हिंदी माय उर्दू" । इस चैनल पर मैं शुद्ध उच्चारण के साथ साथ उर्दू और हिंदी से संबंधित तमाम बातें बताता हूं । मेरा यह दावा है कि मेरे चैनल के जैसा कोई भी दूसरा चैनल नहीं है । मैं आपसे यह कहना चाहूंगा कि आप कम से कम एक बार मेरे चैनल पर ज़रूर आएं । यूट्यूब पर भी आ सकते हैं और ख़बरी पर भी आ सकते हैं । ज़रूर आइए और ख़ुद आज़माइए । ख़ुद देखिए कि मैं सच कह रहा हूं या झूठ । मैं आपका इंतिज़ार करूंगा My Hindi My Urdu पर । शुक्रिया !
 यह लिंक खोलिए :
https://youtu.be/uPbxD8SALoE  

Hindi se Urdu seekho | PART 24 | उर्दू के शब्द लिखने का आसान तरीक़ा

रविवार, 17 मई 2020

बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए इतिहास के लेक्चर्स आसान भाषा में सुनने हों, तो नमूने के तौर पर यह विडियो देखें :
https://youtu.be/ky8gSUGfzCM

अंग्रेज़ी शब्दों जैसे उर्दू शब्द (Part 5)

अगर आप सोचते हैं कि cheese, jaws, job, noon और per शब्द सिर्फ़ इंग्लिश में ही हैं, तो आप ग़लत हैं । ये शब्द उर्दू में भी हैं । अधिक जानकारी के लिए यह लिंक ओपन कीजिए :
https://youtu.be/HFW-_7dDU3A

अंग्रेज़ी शब्दों जैसे उर्दू शब्द (Part 1)

शायद आप नहीं जानते होंगे कि urge, are, all, our, an शब्द उर्दू में भी हैं । जी हां, यह सच है । अधिक जानकारी के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करके हमारा विडियो देखिए ।https://youtu.be/1JZk0SsgxuY

Eid ki shaairi | PART 1 | Meanings and pronunciation

रविवार, 15 सितंबर 2019

Azaan | Meanings

अगर आप यह जानना चाहते हैं कि चौबीस घंटों में पांच बार मस्जिदों से आने वाली आवाज़ों के सही शब्द क्या हैं और उनका क्या अर्थ है, तो सही और सटीक जानकारी के लिए इस विडियो को देखें :
https://youtu.be/M9r1PbwCpqo

सोमवार, 27 मार्च 2017

Ghazal | Urdu Shayari | Apni Palkon pe Koi Khwaab

Ghazal | Urdu Shayari | Apni Palkon pe Koi Khwaab

My latest ghazal published in 27/3/2016 issue of INQUILAB daily:

अपनी पल्कों पे कोई ख़्वाब सजा कर देखो
दिल में उम्मीद की इक शम्मा जला कर देखो

इस अंधेरे में भी हर सम्त उजाला होगा
अपने रुख़ से जरा चिलमन को हटा कर देख़ो

अपनी तस्वीर लगी पाओगे इक गोशे में
दिल की महफ़िल में अगर आज भी आ कर देखो

दिल पे जो बोझ है, कम उस को अगर करना है
हाले-दिल तुम किसी अपने को सुना कर देखो

दोस्तों से तो सभी खुल के मिला करते हैं
दुश्मनों को गले इक बार लगा कर देखो

अब तो नग़मों से भी तूफ़ान बपा होते हैं
गीत जोशीला कोई तुम भी तो गा कर देखो

राह फूलों से भरी तुम को मिलेगी 'शमसी'
ग़ैर की राह से कांटों को हटा कर देखो ।
---मुईन शमसी