मंगलवार, 30 जून 2020

Aap aaye to khayale | Lyrics - in Hindi, Urdu, English | Gumarah (1963)

इस गाने को पूरी तरह समझने के लिए यह छोटा-सा विडियो देखिए : 

आप आए तो ख़याल ए दिल ए नाशाद आया 
कितने भूले हुए ज़ख़्मों का पता याद आया 

आपके लब पे कभी अपना भी नाम आया था 
शोख़ नज़रों से मुहब्बत का सलाम आया था 
उम्र भर साथ निभाने का पयाम आया था 
आपको देख के वह अह्द ए वफ़ा याद आया 

रूह में जल उठे बुझती हुई यादों के दीये 
कैसे दीवाने थे हम आपको पाने के लिए 
यूँ तो कुछ कम नहीं जो आपने अहसान किये 
पर जो माँगे से न पाया वह सिला याद आया 

आज वह बात नहीं फिर भी कोई बात तो है 
मेरे हिस्से में यह हल्की-सी मुलाक़ात तो है 
ग़ैर का होके भी यह हुस्न मेरे साथ तो है 
हाय किस वक़्त मुझे कब का गिला याद आया 

آپ آۓ تو خیال دل ناشاد آیا 
کتنے بھولے ہوئے زخموں کا پتہ یاد آیا 

آپ کے لب پہ کبھی اپنا بھی نام آیا تھا 
شوخ نظروں سے محبّت کا سلام آیا تھا 
عمر بھر ساتھ نبھانے کا پیام آیا تھا 
آپ کو دیکھ کے وہ عھد وفا یاد آیا 

روح میں جل اٹھے بجھتی ہوئی یادوں کے دیۓ 
کیسے دیوانے تھے ہم آپ کو پانے کے لئے 
یوں تو کچھ کم نہیں جو آپ نے احسان کیے 
پر جو مانگے سے نہ پایا وہ صلہ یاد آیا 

آج وہ بات نہیں پھر بھی کوئی بات تو ہے 
میرے حصّے میں یہ ہلکی سی ملاقات تو ہے 
غیر کا ہوکے بھی یہ حسن میرے ساتھ تو ہے 
ہاۓ کس وقت مجھے کب کا گلہ یاد آیا 


Aap aaye to khayaal e dil e naashaad aaya 
kitne bhoole huey zakhmon ka pataa yaad aayaa 

aap ke lab pe kabhi apna bhi naam aayaa tha 
shokh nazron se muhabbat ka salaam aayaa tha 
umr bhar saath nibhaane ka payaam aayaa tha 
aap ko dekh ke wo ahd e wafaa yaad aayaa 

rooh men jal uthhe bujhti hui yaadon ke diye 
kaise deewaane they ham aapko paane ke liye 
yoon to kuchh kam naheen jo aapne ahsaan kiye 
par jo maange se na paayaa wo sila yaad aayaa 

aaj wo baat naheen phir bhi koi baat to hai 
mere hisse men yeh halki se mulaaqaat to hai 
ghair ka ho ke bhi yeh husn mere saath to hai 
haay kis waqt mujhe kab ka gila yaad aayaa 



सोमवार, 29 जून 2020

Ab ranj se khushi se | Dulhan wahi jo piya man bhaye | Lyrics in Hindi, Urdu and English


Is ghazal ke full meanings jaanne ke liye yeh video dekhiye : 

अब रंज से, ख़ुशी से, बहार-ओ-ख़िज़ाँ से क्या 
मह्व-ए-ख़याल-ए-यार हैं, हम को जहाँ से क्या 

उनका ख़याल, उनकी तलब, उनकी आरज़ू 
जिस दिल में हो, वो माँगे किसी महरबाँ से क्या 

हमने चराग़ रख दिया तूफाँ के सामने 
पीछे हटेगा इश्क़ किसी इम्तिहाँ से क्या 

कोई चले, चले, न चले, हम तो चल पड़े 
मंज़िल की जिसको धुन हो, उसे कारवाँ से क्या 

यह बात सोचने की है, वो हो के महरबाँ 
पूछेंगे हाल-ए-दिल तो कहेंगे ज़बाँ से क्या 

 اب رنج سے خوشی سے بہاروخزاں سے کیا 
محو خیال یار ہیں ہم کو جہاں سے کیا 

ان کا خیال ان کی طلب ان کی آرزو 
جس دل میں ہو وہ مانگے کسی مہرباں سے کیا 

ہم نے چراغ رکھ دیا طوفاں کے سامنے 
پیچھے ہٹے گا عشق کسی امتحاں سے کیا 

کوئی چلے چلے نہ چلے ہم تو چل پڑے 
منزل کی جس کو دھن ہو اسے کارواں سے کیا 

یہ بات سوچنے کی ہے وہ ہوکے مہرباں 
پوچھیں گے حال دل تو کہیں گے زباں سے کیا 

Ab Ranj se, khushi se, bahaar-o-khizaaN se kya
mahv-e-khayaal-e-yaar hain, hamko jahaaN se kya 

Unka khayaal, unki talab, unki aarzoo 
jis dil men ho, wo maange kisi maharbaaN se kya 

hamne charaagh rakh diya toofaaN ke saamne 
peechhe hatega ishq kisi imtihaaN se kya 

koi chale, chale, na chale, ham to chal pade
manzil ki jisko dhun ho, usey kaarwaaN se kya 

yeh baat sochne ki hai, wo ho ke maharbaaN 
poochhenge haal-e-dil to kahenge zabaaN se kya 



रविवार, 28 जून 2020

Urdu Meanings | 542 | How To Pronounce Urdu Words

Urdu Meanings | 542 | How To Pronounce Urdu Words

आज बात आफ़्ताब, माहताब, चराग़ाँ, आरज़ू, मरीज़-ए-इश्क़, मरज़, ला-इलाज, दीद,मुन्तज़िर, बज़्म-ए-दिल, पुर-अलम, तारीकी, नूर, पैग़ाम, इज़्हार और अंजाम की। इन शब्दों को कैसे बोलना चाहिए और इनके अर्थ क्या हैं, यह जानिए इस छोटे-से विडियो को देखकर : 


शनिवार, 27 जून 2020

Urdu Word Meanings - Part 544 - Pronunciation

Urdu Word Meanings - Part 544 - Pronunciation

मुताबक़त, इत्तिफ़ाक़ राय, ख़ासा रहना, नब्ज़, रफ़ा करना, बाज़ आना, संजीदगी, मुबाहसा और तुर्शी शब्दों का सही उच्चारण और मीनिंग्स जानने लिए यह छोटा-सा विडियो देखिए : 


शुक्रवार, 26 जून 2020

Urdu Word Meanings | Part 543 | Pronunciation

Urdu Word Meanings - Part 543 - Pronunciation

मित्रो ! अगर आपको लगता है कि मौसूम, तालीम-याफ़्ता, अहद, अहकाम, रूहानी, उक्ताना, दवाख़ाना, मुआलजा और फ़ारिग़ शब्द बेहद आसान हैं और आपको इनके बारे में कुछ और जानने की ज़रुरत नहीं है, तो आप ग़लती पर हैं। मैं दावा करता हूँ कि हमारे इस छोटे-से विडियो को देखकर आपको इनके बारे में कोई न कोई नई जानकारी ज़रूर मिलेगी। विश्वास न हो, तो देखिए न ! 


गुरुवार, 25 जून 2020

Urdu Meaning | Bewa | Eesaar | Chunanche | Fursat | Mushahra | Kumba | Agarche | Maali | Tafakkurat

Urdu Meaning - Bewa - Eesaar - Chunanche - Fursat - Mushahra - Kumba - Agarche - Maali - Tafakkurat

अगर आप इन शब्दों के बारे में जानते भी हों, तो भी, जो मैंने बताया है, वो भी आपको ज़रूर जानना चाहिए, क्योंकि मेरे सभी विडियोज़ आपको ऐसी जानकारी देते हैं कि आप हैरान हो जाते होंगे।
तो नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करके अभी देखिए एक छोटा-सा विडियो और बना लीजिए अपनी भाषा को और भी ख़ूबसूरत :



बुधवार, 24 जून 2020

Urdu word meanings in Hindi [Part 540] | Saaz | Mayoos | Khataa | Rag | Labrez | Parwaaz | Sitam

Urdu word meanings in Hindi [Part 540] 
 Saaz | Mayoos | Khataa | Rag | Labrez | Parwaaz | Sitam

अगर आप साज़, मायूस, ख़ता, रग, लबरेज़, परवाज़ और सितम शब्दों के सही अर्थ और इन्हें बोलने का सही तरीक़ा जानना चाहते हैं, जो जानकारी आपको हमारे विडियो से मिलेगी, वो कहीं और से मुश्किल से ही मिल पाएगी। 

इसलिए जब आप इस पेज पर आ ही गए हैं, तो सही और ज़बरदस्त जानकारी लेकर ही जाइए। बस यहां क्लिक कीजिए : 


मंगलवार, 23 जून 2020

Urdu word meanings in Hindi [Part 539]

Urdu word meanings in Hindi [Part 539]

सुरैया, तकल्लुम, सारा, सारह, ख़ुश-इल्हान और ख़ुश-इल्हानी शब्दों के सही pronunciation और meanings के बारे में अगर आपको ज़रा सा भी doubt है, तो हमारे इस छोटे-से विडियो को देखिए।  यक़ीन मानिए, ऐसी जानकारी आप कहीं और नहीं पाएंगे : 


सोमवार, 22 जून 2020

Urdu word meanings in Hindi [Part 538]

Urdu word meanings in Hindi [Part 538]

दोस्तो, क्या आप इन उर्दू शब्दों को पढ़ने का सही तरीक़ा और इनके अर्थ जानते हैं ? 

औक़ात, मुख़लिस, मुख़लिसाना, वालिह, वालिहाना, इस्तिक़बाल, मुश्फ़िक़, मुश्फ़िक़ाना और शिकम। 

आपका जवाब चाहे हाँ में हो, चाहे न में, मैंने अपने छोटे-से विडियो में इनके बारे में जो कुछ बताया है, वो, मेरा दावा है आपको पूरी तरह से नहीं मालूम होगा।  यक़ीन न आए तो सिर्फ़ दो मिनट के लिए इस लिंक पर जाकर देखिए : 


रविवार, 21 जून 2020

Barakhadi | उर्दू की बारहखड़ी [पार्ट 14] - उर्दू में 'र' के विभिन्न रूप | Urdu Barakhadi

Barakhadi - उर्दू की बारहखड़ी [पार्ट 14] - उर्दू में 'र' के विभिन्न रूप - Urdu Barakhadi 

हिंदी के र अक्षर के लिए उर्दू में रे अक्षर इस्तेमाल होता है। यह उर्दू वर्णमाला के आसान अक्षरों में से एक है। इसकी बारहखड़ी भी बहुत आसान है। इस छोटे-से विडियो को देखकर आप इसे आसानी से समझ सकते हैं :



शनिवार, 20 जून 2020

Barakhadi | उर्दू की बारहखड़ी [पार्ट 13] - उर्दू में 'य' के विभिन्न रूप | Urdu Barakhadi

य की बारहखड़ी उर्दू और हिंदी में 

आज ज़िक्र य की उर्दू बारहखड़ी का ! य के लिए उर्दू में दो अक्षर हैं - छोटी ये और बड़ी ये।  इसकी उर्दू बारहखड़ी थोड़ी सी अलग क़िस्म की है।  इस बात को विस्तार से समझने के लिए यह छोटा-सा वीडियो देखिये : 


शुक्रवार, 19 जून 2020

उर्दू की बारहखड़ी [पार्ट 12] - उर्दू में 'म' के विभिन्न रूप | Urdu Barakhadi

म की बारहखड़ी उर्दू में 

आपको हिंदी की बारहखड़ी तो आती होगी, मगर हिंदी की बारहखड़ी अगर उर्दू में लिखना चाहें, तो कैसे लिखेंगे ? यह हम आपको बताएंगे। यह छोटा-सा विडियो देखिये और चुटकी बजाते ही सीख लीजिये म की उर्दू बारहखड़ी  : 


गुरुवार, 18 जून 2020

उर्दू की बारहखड़ी [पार्ट 11] - उर्दू में 'भ' के विभिन्न रूप | Urdu Barakhadi

भ की उर्दू बारहखड़ी हिंदी में  

दोस्तो, भ एक ऐसा अक्षर है जो उर्दू के दो अक्षरों बे और दो चश्मी हे से मिलकर बनता है।  अगर आप इसकी उर्दू और हिंदी दोनों ही भाषाओँ की बारहखड़ी जानना चाहते हैं, तो यह छोटा-सा विडियो देखें : 


बुधवार, 17 जून 2020

उर्दू की बारहखड़ी [पार्ट 10] - उर्दू में 'ब' के विभिन्न रूप | Urdu Barakhadi

उर्दू की बारहखड़ी [पार्ट 10] - उर्दू में 'ब' के विभिन्न रूप

'उर्दू की बारहखड़ी' सीरीज़ के दसवें भाग में मैंने 'ब' (उर्दू में 'बे') के विभिन्न रूप अपने वीडियो में समझाए हैं।  अगर आप यह जानना चाहते हैं कि उर्दू में ब, बा, बि, बी. बु, बू, बे, बै, बो, बौ, बं और ब: को कैसे लिखेंगे, तो आपको यह छोटा-सा विडियो ज़रूर देखना चाहिए : 
https://youtu.be/341zdpyVExw 


Munshi Premchand Story - BEWA KA EESAAR - [Part 3] - in Urdu

मंगलवार, 16 जून 2020

रमज़ान आ गया (RAMZAAN AA GAYAA) [All rights are reserved]

RAMZAAN AA GAYAA 


To listen this Ramzaan poetry, visit :

 https://youtu.be/LT4n-lpLCDI


RAMZAAN AA GAYAA SUNO RAMZAAN AA GAYAA,

BAARAH MAHEENO KA HAI YE SULTAAN AA GAYAA.

HAR SHAKHS TILAAWAT-O-TARAAWEEH ME HAI MASROOF,

ALLAH KE GHAR HAR EK MUSALMAAN AA GAYAA.

BEHKA SAKEGA NA KISI MOMIN KO IN DINO,

AB EK MAAH KI QAID ME SHAITAAN AA GAYAA.

AHKAAM-E-ILAAHI SABHI DUNIYA KO SUNAANE,

IS MAAHE MUQADDAS ME YE QUR-AAN AA GAYAA.

HAASIL KARO DARJE, KARO KASRAT SE IBAADAT,

HAR GHAR ME YE ALLAH KA FARMAAN AA GAYAA.

JAB TAK RAHEGA GHAR MERE BARKAT BADHAAYEGA,

MAAHE SIYAAM BAN KE WO MEHMAAN AA GAYAA.

GHAAFIL THA JO EEMAAN SE, MUDDAT SE WO DEKHO,

AAJ HAQ KI RAAH ‘SHAMSI’-E-NAADAAN AA GAYAA. 

(Poet : Moin Shamsi)

(All rights reserved)


रमज़ान आ गया, सुनो, रमज़ान आ गया

बारह महीनों का है यह, सुल्तान, आ गया

हर शख़्स तिलावत-ओ-तरावीह में है मसरूफ़

अल्लाह के घर हर-एक मुसलमान आ गया

बहका सकेगा ना किसी मोमिन को इन दिनों

अब एक माह की क़ैद में शैतान आ गया

अहकाम-ए-इलाही सभी दुनिया को सुनाने

इस माह-ए-मुक़द्दस में यह क़ुर-आन आ गया

हासिल करो दर्जे करो, कसरत से इबादत

हर घर में यह अल्लाह का फ़रमान आ गया

जब तक रहेगा घर मेरे, बरकत बढ़ाएगा

माह-ए-सियाम बन के वो मेहमान आ गया

ग़ाफ़िल था जो ईमान से, मुद्दत से, वो देखो

आज हक़ की राह ’शमसी’-ए-नादान आ गया । 

(Poet : Moin Shamsi)

(All rights reserved)


Aur bhi gham hain zamaane mein muhabbat ke siwa | Explained | और भी ग़म हैं ज़माने में मुहब्बत के सिवा - Meanings

और भी ग़म हैं ज़माने में मुहब्बत के सिवा  

आपने यह लाइन अनेक बार सुनी, पढ़ी  और शायद बोली भी होगी।  लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि यह लाइन ग़लत है? यस, यह लाइन ग़लत है।  
अस्ल में, एक बड़े मशहूर शाइर हुए हैं - फ़ैज़ अहमद फ़ैज़। उनकी अनेक बेहद मशहूर कविताओं (नज़्मों) में से एक है - मुझसे पहली-सी मुहब्बत मिरी महबूब न माँग। ऊपर दी गई लाइन इसी कविता से ली गई है।  लेकिन ग़लत है और ग़लती सिर्फ़ यह है कि मूल कविता में इस लाइन में ग़म शब्द नहीं है बल्कि दुःख शब्द है। मूल पंक्ति और उसकी अगली पंक्ति देखिए : 
और भी दुःख हैं ज़माने में मुहब्बत के सिवा 
 राहतें और भी हैं वस्ल की राहत के सिवा 
इन लाइनों में कुछ शब्द ऐसे हैं जो अनेक लोगों को परेशान करते हैं, क्योंकि उनको इनका अर्थ नहीं मालूम होता है। ये शब्द हैं ज़माना, सिवा, वस्ल, और राहत।  इनके अर्थ जान लीजिए : 
ज़माना   -   दुनिया 
सिवा      -   अलावा 
वस्ल     -    मिलन 
राहत    -     चैन 
और अधिक जानकारी (शुद्ध उच्चारण सहित) के लिए आप यह छोटा-सा विडियो देख सकते हैं : 


सोमवार, 15 जून 2020

Jazakallaah [Part 3] - एक से ज़्यादा लोगों को एकसाथ जज़ाकल्लाह कैसे कहें ?

दोस्तो, 
मैं आपको यह तो बता चुका हूँ कि अगर आप किसी को जज़ाकल्लाह कहना चाहते हैं, तो जेंट्स को कैसे कहेंगे और लेडीज़ को कैसे कहेंगे।  इस लेख में मैं आपको यह बताऊंगा कि अगर आप एक से ज़्यादा लोगों को एकसाथ जज़ाकल्लाह कहना चाहें, तो कैसे कहेंगे।  

बहुत सिंपल है।  मैंने पिछले दो विडियोज़ में आपको लेडीज़ और जेंट्स को जो-जो तरीक़े बताए थे, उनमें बस एक शब्द बदलना है।  जज़ाकल्लाह और जज़ाकिल्लाह की जगह जज़ाकुमुल्लाह कहना है। 

इस बात को विस्तार से समझने के लिए यह विडियो देखें : 


मंगलवार, 9 जून 2020

Shayari waale Urdu words | PART 8 | शायरी वाले उर्दू शब्द





उर्दू वर्णमाला का एक अक्षर ऐसा है जिसे आजकल के 80% उर्दू-भाषी लोग शुद्ध रूप से नहीं बोल पा रहे हैं । बड़े-बड़े उर्दू-दां भी इसका ग़लत उच्चारण कर रहे हैं । इस छोटे-से विडियो को देखकर जानिए उस अक्षर वाले कुछ शब्दों के बारे में https://youtu.be/GaxzIvPgruk

मुंशी प्रेमचंद की कहानी "बेवा का ईसार" (भाग 2)

मुंशी प्रेमचंद की ऐसी अनेक बेहतरीन कहानियां हैं, जिनके बारे में हिंदी के पाठक जानते तक ही नहीं है । हमने उनकी ऐसी कहानियों को मूल रूप में प्रस्तुत करने का बीड़ा उठाया हुआ है । इसी कड़ी में आज सुनिए कहानी "बेवा का ईसार" का दूसरा भाग !  मुंशी प्रेमचंद की ऐसी अनेक बेहतरीन कहानियां हैं, जिनके बारे में हिंदी के पाठक जानते तक ही नहीं है । हमने उनकी ऐसी कहानियों को मूल रूप में प्रस्तुत करने का बीड़ा उठाया हुआ है । इसी कड़ी में आज सुनिए कहानी "बेवा का ईसार" का दूसरा भाग !

सोमवार, 8 जून 2020

शाइरी वाले उर्दू शब्द | Part 7 | Shayari words



उर्दू के अनेक शब्द ऐसे हैं जिनका अर्थ उर्दू वालों को भी मालूम नहीं है । ऐसे ही एक शब्द का ज़िक्र इस छोटे-से विडियो में... ! विश्वास कीजिए... हमारे हर विडियो की तरह यह विडियो भी आपकी भाषा-संबंधी जानकारी को मज़बूत करेगा । ज़रूर देखिए... सिर्फ़ 2 मिनट में !

रविवार, 7 जून 2020

शाइरी वाले उर्दू शब्द | Part 6





आप सोच भी नहीं सकते कि उर्दू के किसी शब्द का अर्थ ऐसा होगा । कैसा ? जानने के लिए यह छोटा-सा विडियो देखिए और साथ ही जानिए शायरी वाले कुछ और शब्दों के बारे में भी !https://youtu.be/VIMdkLa8clo


Bewa ka eesaar | PART 1 | Munshi Premchand | बेवा का ईसार | بیوہ کا ایثار



Munshi Premchand ki zabardast story BEWAA KAA EESAAR shayad aapne nahi suni ya padhi hogi. Yahaan suniye bhi aur padhiye bhi :

शनिवार, 6 जून 2020

Ek ladki Ko dekha to Aisa Laga | Original lyrics in Hindi Urdu English


हो, एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा
Ho, ek ladki ko dekha to aisa laga
ہو ، ایک لڑکی کو دیکھا تو ایسا لگا
जैसे खिलता गुलाब, जैसे शाइर का ख़्वाब, जैसे उजली किरन,
Jaise khilta gulaab, jaise shaair Ka khwaab, jaise ujli kiran,
جیسے کھلتا گُلاب ، جیسے شاعر کا خواب ، جیسے اُجلی کرن ،
जैसे बन में हिरन, जैसे चाँदनी रात, जैसे नर्मी की बात,
Jaise ban men hiran, jaise Chandni raat, jaise narmi ki baat,
جیسے بن میں ہرن ، جیسے چاندنی رات ، جیسے نرمی کی بات ،
 जैसे मन्दिर में हो एक जलता दिया,
Jaise mandir men ho ek jalta diya,
جیسے مندر میں ہو ایک جلتا دیا
हो, एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा
Ho, ek ladki ko dekha to aisa laga
ہو ، ایک لڑکی کو دیکھا تو ایسا لگا


एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा
ek ladki ko dekha to aisa laga
ایک لڑکی کو دیکھا تو ایسا لگا
 जैसे सुबह का रूप, जैसे सर्दी की धूप, जैसे बीना की तान,
Jaise subah ka roop, jaise sardi ki dhoop, jaise beena ki taan,
جیسے صبح کا رُوپ ، جیسے سردی کی دھوپ ، جیسے بینا کی تان ،
 जैसे रंगों की जान, जैसे बल खाए बेल, जैसे लहरों का खेल,
Jaise rangon ki jaan, jaise bal khaae bel, jaise lahron ka khel,
جیسے رنگوں کی جان ، جیسے بل کھائے بیل ، جیسے لہروں کا کھیل ،
जैसे ख़ुश्बू लिए आए ठंडी हवा,
Jaise Khushboo liye aae thhandi hawa,
جیسے خوشبو لئے آئے ٹھندی ہوا
 हो, एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा
ho, ek ladki ko dekha to aisa laga
ہو ، ایک لڑکی کو دیکھا تو ایسا لگا


एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा
ek ladki ko dekha to aisa laga
ایک لڑکی کو دیکھا تو ایسا لگا
जैसे नाचता मोर, जैसे रेशम की डोर, जैसे परियों का राग,
Jaise naachta mor, jaise resham ki dor, jaise pariyon ka raag,
جیسے ناچتا مور ، جیسے ریشم کی ڈور ، جیسے پریوں کا راگ ،
जैसे सन्दल की आग, जैसे सोलह सिंगार, जैसे रस की फुहार
Jaise sandal ki aag, jaise solah singaar, jaise ras ki phuhaar,
جیسے صندل کی آگ ، جیسے سولہ سنگار ، جیسے رس کی پہھار
जैसे आहिस्ता आहिस्ता बढ़ता नशा,
Jaise aahista aahista badhta nasha
جیسے آہستہ آہستہ بڑھتا نشہ
 हो, एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा
ho, ek ladki ko dekha to aisa laga
ہو ، ایک لڑکی کو دیکھا تو ایسا لگا
Agar Gaana Sunna chaahen to Yahaan click Karen : 

इश्क़ के कुछ और अल्फ़ाज़ | Shayari Words | PART 5

सोमवार, 1 जून 2020

Mirza Ghalib ki Romantic Shayari | PART 7 |

 
 
Dosto ! Mirza Ghalib ke is mash-hoor romantic sher ko agar aap samajhna chaahen, to yeh video zaroor dekhen.

Dikha ke jumbish-e-lab hi tamaam kar ham ko 
na de jo bosa to munh se kaheen jawaab to de 

दिखा के जुंबिश-ए-लब ही तमाम कर हम को 
न दे जो बोसा तो मुंह से कहीं जवाब तो दे 

دِکھا کے جنبشِ لب ہی تمام کر ہم کو 
نہ دے جو بوسہ تو منھ سے کہیں جواب تو دے