बुधवार, 7 सितंबर 2011

इल्म हासिल करो (All rights are reserved)


( The audio of this song is available at :   http://www.box.net/shared/2uzuf8c2utxb226jm9lb ) 

इल्म हासिल करो, इल्म हासिल करो,
 ए मेरे दोस्तो, इल्म हासिल करो.


जिन्हों ने समझी तालीम की अहमियत,
लिखने-पढ़ने से जिनको हुई उनसियत,
आगे वो बढ़ गये, पीछे तुम रह गये,
ख़ुद को तुम और ख़ुदारा ना ग़ाफिल करो,
इल्म हासिल करो...


चल रही है तरक़्क़ी की देखो हवा,
जो भी लिख-पढ़ गया वो ही क़ाबिल बना,
बाद पछताओगे गर यूँ सोते रहे,
नींद से जागो ख़ुद को ना काहिल करो,
इल्म हासिल करो...


एक दिन आएगा तुम बनोगे बड़े,
आलिमो की सफ़ो मे रहोगे खड़े,
ख़्वाब "शम्सी" का ये क्यों ना सच हो रहे,
खुद को जानिब किताबो के माइल करो,
इल्म हासिल करो...


इल्म हासिल करो,  इल्म हासिल करो,
ए मेरे दोस्तो,  इल्म हासिल करो.
 ---Moin Shamsi 

( MEANINGS:
ILM: GYAAN
TAALEEM: SHIKSHA
UNSIYAT: LAGAAV
KHUDAARA: ESSHWAR KE LIYE (FOR GOD SAKE)
GHAAFIL: ANJAAN
GAR: AGAR
KAAHIL: SUST
AALIM: VIDWAAN
SAF: PANKTI
 MAAIL: AAKARSHIT )

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

If you want to ask anything related to Urdu and Hindi, you are welcome.