सोमवार, 8 अगस्त 2011

Ramadan Song 2021 | RAMZAAn KA MAHEENA HAI | by Moin Shamsi

Ramadan Song 2021 | RAMZAAn KA MAHEENA HAI | by Moin Shamsi

यह "कलाम-ए-रमज़ान" इस लिंक पर सुना भी जा सकता है : 

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रमज़ां का महीना है, शान इसकी निराली है
 इस महीने में भर जाती, हर वो झोली, जो ख़ाली है 
रमज़ां का महीना है..... 

 मस्जिद में सभी मोमिन, मशग़ूल-ए-इबादत हैं 
कुछ सजदे में हैं, तो कुछ, कर रहे तिलावत हैं
 दरबार-ए-इलाही में, हर बन्दा सवाली है 
इस महीने में भर जाती, हर वो झोली, जो ख़ाली है 
रमज़ां का महीना है..... 

 हर मोमिन के घर में, अल्लाह की रहमत है 
हर शय में हुई अब तो, बरकत ही बरकत है 
हर छोटे-बड़े ने लौ, अल्लाह से लगा ली है 
इस महीने में भर जाती, हर वो झोली, जो ख़ाली है
 रमज़ां का महीना है..... 

 बाज़ारों में भी देखो, रौनक़ बड़ी छाई है 
करने को ख़रीदारी, ख़लक़त चली आई है 
ताजिरों ने भी अपनी, दूकान सजा ली है
 इस महीने में भर जाती, हर वो झोली, जो ख़ाली है 
रमज़ां का महीना है..... 
 (Lyricist : मुईन शमसी) (All rights are reserved)


 RAMZAAn KA MAHEENA HAI, 
SHAAN ISKI NIRAALI HAI 
IS MAHEENE ME BHAR JAATI, 
HAR WO JHOLI, JO KHAALI HAI
 RAMZAAn KA MAHEENA HAI..... 

MASJID ME SABHI MOMIN, 
MASHGHOOL-E-IBAADAT HAIN 
KUCHH SAJDE ME HAIN, TO KUCHH,
 KAR RAHE TILAAWAT HAIN 
DARBAAR-E-ILAAHI ME, 
HAR BANDA SAWAALI HAI 
IS MAHEENE ME BHAR JAATI,
 HAR WO JHOLI, JO KHAALI HAI 
RAMZAAn KA MAHEENA HAI.....

 HAR MOMIN KE GHAR ME,
 ALLAH KI REHMAT HAI 
HAR SHAY ME HUI AB TO, 
BARKAT HI BARKAT HAI
 HAR CHHOTE-BADEY NE LAU,
 ALLAAH SE LAGA LI HAI 
IS MAHEENE ME BHAR JAATI,
 HAR WO JHOLI, JO KHAALI HAI 
RAMZAAn KA MAHEENA HAI..... 

 BAAZAARO ME BHI DEKHO, 
RAUNAQ BADI CHHAAI HAI 
KARNE KO KHARIDAARI, 
KHALQAT CHALI AAI HAI 
TAAJIRO NE BHI APNI,
 DOOKAAN SAJA LI HAI 
IS MAHEENE ME BHAR JAATI,
 HAR WO JHOLI, JO KHAALI HAI
 RAMZAAn KA MAHEENA HAI..... 
(Poet : moin shamsi) (सर्वाधिकार सुरक्षित)


1 टिप्पणी:

  1. प्यारे भाई ! रमज़ान पर आपका यह ख़ूबसूरत कलाम हमने अपने ब्लॉग ‘मुशायरा‘ पर पेश किया है। इस कलाम के जुमला हुक़ूक महफ़ूज़ बताए गए हैं। इसलिए अगर आपको कोई ऐतराज़ हो तो आप इत्तिला दीजिएगा। हम इसे ब्लॉग से हटा देंगे।
    मुशायरा ब्लॉग पर आपका इस्तक़बाल है। अगर आप इसके सदस्य बनना चाहते हैं तो आप टिप्पणी के ज़रिये अपनी ख्वाहिश ज़ाहिर कर सकते हैं। यह ब्लॉग हिंदी ब्लॉग का अपनी तरह का अकेला ब्लॉग है।

    http://mushayera.blogspot.in/2012/07/ramzaan-ka-maheena-hai.html

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