’मदर्स-डे’ स्पेशल (Maa ka pyaar) | Mothers Day Poem | Maa ki Shayari
सबसे पावन, सबसे निर्मल, सबसे सच्चा मां का प्यार
सबसे अनोखा, सबसे न्यारा, सबसे प्यारा मां का प्यार ।
बच्चे को ख़ुश देख-देख के, मन ही मन हंसता रहता
जब संतान पे विपदा आए, तड़प ही उठता मां का प्यार ।
सुख की ठंडी छांव में शीतल पवन के जैसा लहराता
दुख की जलती धूप में सर पे साया बनता मां का प्यार ।
मिल जाएगा यूं तो जग में, कोई विकल्प हर रिश्ते का
बेमिसाल है, लाजवाब है, बड़ा अनूठा मां का प्यार ।
करता शीश झुका कर विनती ’शमसी’ यही विधाता से
’जैसे मुझको दिया है, या रब ! सब को देना मां का प्यार ।’
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(प्रस्तुत रचना के सर्वाधिकार सुरक्षित हैं । इसका अव्यावसायिक उपयोग मेरे नाम के साथ कहीं भी किया जा सकता है । व्यावसायिक उपयोग के लिये मेरी लिखित अनुमति लेना आवश्यक है...मुईन शम्सी)
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